सनातन ज्ञानकोषShwetanshu RanjanMay 16, 20241 min read"अल्पानामपि वस्तूनां संहतिः कार्यसाधिका ।तृणै र्गुणत्वमापन्नै र्बध्यन्ते मत्तदन्तिनः ॥"अर्थात - "छोटी-छोटी वस्तुओं के सही मेल से बड़े कार्य भी हो सकते हैं, जैसे घास (तिनकों) से बनाई हुई डोरी (रस्सी) से मस्त हाथी बांधा जा सकता है ।"
"अल्पानामपि वस्तूनां संहतिः कार्यसाधिका ।तृणै र्गुणत्वमापन्नै र्बध्यन्ते मत्तदन्तिनः ॥"अर्थात - "छोटी-छोटी वस्तुओं के सही मेल से बड़े कार्य भी हो सकते हैं, जैसे घास (तिनकों) से बनाई हुई डोरी (रस्सी) से मस्त हाथी बांधा जा सकता है ।"
Comments